Adani Issue: ‘खुलासे से लगता है कुछ तो गड़बड़ हुई है’, राहुल गांधी बोले

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Adani Issue: ‘खुलासे से लगता है कुछ तो गड़बड़ हुई है’, राहुल गांधी बोले

Adani News: राहुल गांधी अडानी के मसले पर मोदी सरकार पर लगातार हमलावर हैं। गुरुवार को उन्होंने एकबार फिर से प्रेसवार्ता कर मोदी सरकार पर अडानी को बचाने के आरोप लगाए। राहुल गांधी ने कहा कि देश में G20 का माहौल है और यह दुनिया में भारत की स्थिति के बारे में है। भारत जैसे देश के लिए जो बात बहुत महत्वपूर्ण है, वह यह है कि हमारे आर्थिक माहौल और यहां ऑपरेट होने वाले व्यापारों में समान अवसर और पारदर्शिता है। आज सुबह, दो ग्लोबल फाइनेंसियल न्यूज पेपर्स ने एक बहुत ही महत्वपूर्ण सवाल उठाए हैं। ये कोई रैंडम न्यूज पेपर नहीं हैं। ये न्यूज पेपर भारत में निवेश और बाकी दुनिया में भारत की धारणा को प्रभावित करते हैं।

राहुल गांधी ने कहा, “मेरे लिए आश्चर्य की बात यह है कि जिस सज्जन ने जांच की है, वह आज अडानी की कंपनी में डायरेक्टर है। यह बिल्कुल स्पष्ट है कि कोई जांच नहीं हुई और जांच न होने की एकमात्र वजह यह है कि PM नहीं चाहते कि कोई जांच हो। अडानी किसी जांच को नहीं रोक सकते, PM कर सकते हैं…यह एक ऐसा मुद्दा है जो भारत की प्रतिष्ठा को प्रभावित करता है, खासकर इसलिए क्योंकि अब जी20 हो रहा है और भारत और प्रधानमंत्री की प्रतिष्ठा दांव पर है।

मोदी सरकार पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा कि PM नरेंद्र मोदी स्पष्ट रूप से बताएं कि क्या चल रहा है। कम से कम JPC की इजाजत दी जानी चाहिए और गहन जांच होनी चाहिए। यह समझ नहीं आ रहा कि PM जांच क्यों नहीं करवा रहे हैं? वे चुप क्यों हैं और जो लोग ज़िम्मेदार हैं क्या उन्हें सलाखों के पीछे डाल दिया गया है?

राहुल गांधी के सवाल

  1. कांग्रेस सांसद ने कहा कि पहला सवाल यह उठता है कि- ये किसका पैसा है? ये अडानी का पैसा है या किसी और का है? इसके पीछे के मास्टरमाइंड विनोद अडानी नामक एक सज्जन हैं जो गौतम अडानी के भाई हैं। पैसे की इस हेरा-फेरी में दो अन्य लोग भी शामिल हैं। एक सज्जन हैं जिनका नाम नासिर अली शाबान अली है और दूसरे एक चीनी सज्जन हैं जिनका नाम चांग चुंग लिंग है।
  2. उन्होंने आगे कहा कि दूसरा सवाल उठता है कि- इन दो विदेशी नागरिकों को उन कंपनियों में से एक के मूल्यांकन के साथ खेलने की अनुमति क्यों दी जा रही है जो लगभग सभी भारतीय बुनियादी ढांचे को नियंत्रित करती हैं।
  3. राहुल गांधी ने कहा कि जांच हुई, सेबी को सबूत दिए गए और सेबी ने गौतम अडानी को क्लीन चिट दे दी। जिस व्यक्ति ने अडानी को क्लीन चिट दी, वो आज अडानी की कंपनी में डॉयरेक्टर है। यह साफ है कि यहां कुछ गड़बड़ है।

अब अडानी पर OCCRP ने क्या आरोप लगाए?

अडानी समूह पर OCCRP गुपचुप तरीके से अपने ही कंपनियों के शेयरों में निवेश का आरोप लगाया है। OCCRP रिपोर्ट मे कहा गया है कि प्रवर्तक परिवार के सहयोगियों द्वारा मॉरीशस स्थित ऐसे निवेश कोष का इस्तेमाल करके समूह की कंपनियों में गुपचुप तरीके से सैकड़ों अरब डॉलर का निवेश किया गया, जिनका कोई अता-पता नहीं है। हालांकि, अडाणी समूह ने इन आरोपों को खारिज कर दिया।

अडानी समूह ने OCCRP रिपोर्ट को किया खारिज

OCCRP की रिपोर्ट को निराधार बताते हुए अडानी ग्रुप की तरफ से कहा गया कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि रिपोर्ट में हमें भेजे गए सवालों पर हमारी प्रतिक्रिया पूरी तरह से प्रकाशित नहीं की गई। अडानी समूह ने कहा कि इन प्रयास का मकसद हमारे स्टॉक की कीमतों को कम करके फायदा कमाना है। हम इस रिपोर्ट को पूरी तरह से खारिज करते हैं।

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