G20 Summit से चीन को बड़ा झटका, इटली ने BRI से बाहर निकलने के दिए संकेत, मनाने पहुंचे चीनी PM

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इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी (Giorgia Meloni) ने रविवार को BRI को छोड़ने के संकेत दिए। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की इस महत्वाकांक्षी योजना को सिल्क रोड के नाम से भी जाना जाता है।
नई दिल्ली में हुए ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (G-20) शिखर सम्मेलन से चीन को बड़ा झटका लगा है। इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी (Giorgia Meloni) ने रविवार को बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) को छोड़ने के संकेत दिए। इसे सिल्क रोड के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि चीन के साथ संबंधों में कोई समझौता नहीं होगा, लेकिन निर्णय अभी भी लिया जाना बाकी है, इतालवी मीडिया कोरिएरे डेला सेरा दैनिक ने बताया।
खबर में आगे पढ़ें…
- इटली के किस कदम से छूटा चीन का पसीना?
- इटली पीएम जॉर्जिया मेलोनी ने क्या कहा?
- भारत के किस कदम ने बढ़ाई चीन की बेचैनी?
इटली मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर, इटली की प्रधानमंत्री ने चीनी प्रधानमंत्री ली क्विंग से मुलाकात की और इसके बाद बीआरआई से बाहर निकलने की अपनी योजना के बारे में जानकारी दी। जी20 शिखर सम्मेलन के आखिरी दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में मेलोनी ने इस बारे में बातचीत की।
चीन और इटली की PM की मुलाकात
चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग ने शनिवार को जी20 शिखर सम्मेलन से इतर अपनी इटली समकक्ष जॉर्जिया मेलोनी से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की। चीन की महत्वाकांक्षी परियोजना बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) से हटने की इटली की योजना के बीच दोनों की मुलाकात हुई। इटली का मानना है कि परियोजना अपेक्षित परिणाम नहीं ला पाई है।
मेलोनी ने नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के जगह शामिल हुए ली से मुलाकात के दौरान अपने देश में निवेश और व्यापार करने के लिए निष्पक्ष, न्यायसंगत और गैर-भेदभावपूर्ण कारोबारी माहौल प्रदान करने का वादा किया।
मेलोनी को मनाने पहुंचे चीनी PM!
जी 20 शिखर सम्मेलन के मौके पर ली-मेलोनी की बैठक इसलिए महत्वपूर्ण रही क्योंकि इतालवी सरकार ने खुले तौर पर बीआरआई से हटने की इच्छा जताई है। इटली ने कहा है कि चीन की अरबों डॉलर की बुनियादी ढांचा परियोजना से उसे कोई लाभ नहीं हुआ है। माना जा रहा है कि अगर इटली BRI से बाहर निकलता है, तो दूसरे देश भी इस बारे सोच सकते हैं। ऐसे में चीन की कोशिश है कि इटली को किसी तरह मनाया जाए। चीन में अगले महीने बीजिंग में BRI के तीसरे सम्मेलन की घोषणा की है।
क्या है सिल्क रोड?
बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) या फिर सिल्क रोड चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की महत्वाकांक्षी योजना है। इसकी शुरुआत 2013 में हुई थी। पहले सिल्क रोड व्यापारी मार्गों का नेटवर्क था। प्राचीन काल में इस इस्तेमाल पूर्व को पश्चिम से जोड़ने के लिए होता था। BRI के पीछे चीन का मकसद कई देशों को सड़कों, रेलवे और पोर्ट्स से एक साथ जोड़ना है। इसकी मदद से चीन एशिया, यूरोप, अफ्रीका को व्यापार के लिए जोड़ना चाहता है।
भारत इस कदम ने बढ़ाई चीन की बेचैनी
शनिवार को G20 बैठक के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पार्टनरशिप फॉर ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर एंड इन्वेस्टमेंट (PGII) और भारत-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर की अध्यक्षता की। इस दौरान 8 देशों ने मिलकर भारत-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर को लॉन्च करने का ऐलान किया। इसमें भारत, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, यूरोपीय संघ, फ्रांस, इटली, जर्मनी और अमेरिका शामिल हैं।
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